आर्य समाज एवं नास्तिको को जवाब,
दयानंद,
दयानंदभाष्य खंडनम्,
सत्यार्थ प्रकाश का कच्चा चिठा
दयानंदी जिहाद
दयानंद मत लड़ाई में स्त्रियाँ भी धन संपदा आदि की भाँति लूटने और बाटने की वस्तु। सत्यार्थ प्रकाश षष्ठ समुल्लास.... स्वामी दयानंद लिखते है - रथाश्वं हस्तिनं छत्रं धनं धान्यं पशून्स्त्रियः । सर्वद्रव्याणि कुप्यं च यो यज्जयति तस्य तत् ॥११॥ स्वामी जी इसका अर्थ लिखते हैं - " इस व्यवस्था...
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