अपने अतिरिक्त सब को मुर्ख जानने वाले दयानंद की बुद्धि का एक नमूना आपको दिखाते हैं, उसके बाद आप ही यह निर्णय करें कि इस लेख को लिखने वाले दयानंद की बुद्धि कैसी रही होगी। सत्यार्थ प्रकाश नवम् समुल्लास पृष्ठ १७५, ❝(प्रश्न) यह जो ऊपर को नीला और...
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